एनसीपी नेता बाबा सिद्दकी की हत्या से बॉलीवुड से लेकर राजनीतिक हलको में मचा हुआ है कोहराम
नई दिल्ली (मुकेश पंडित की विशेष रिपोर्ट ) : अपराध जगत का नया “सरताज” लॉरेंस बिश्नोई(Lawrence Bishnoi) मुंबई में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और तीन बार के विधायक बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के बाद फिर एक बार सुर्खियों में हैं। इस हत्याकांड में पुलिस ने चार अपराधियों की पहचान कर ली है। गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरा अपराधी शिवा अभी तक फरार है। पुलिस ने इस मामले में चौथे अपराधी की पहचान कर ली है, जो जलंधर का मोहम्मद जीशान अख्तर है।
शनिवार को की गई थी बाबा सिद्दकी की हत्या
गौरतलब है कि शनिवार रात को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के सीनियर लीडर और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की सरेआम गोली मारकर हत्या से सनसनी फैल गई थी। उन्हें मुंबई में कार्यालय के बाहर की गोली मारी गई थी। बाबा सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। इस हत्याकांड से राजनीतिक हलकों के साथ-साथ बालीवुड में भी सनसनी और हलचल मच गई है। लॉरेंस के गैंग ने ही पिछले दिनों अभिनेता सलमान खान पर भी फायरिंग कराई थी।
लॉरेस का देश का सबसे बड़ा और खतरनाक गैंग
लॉरेंस बिश्नोई(Lawrence Bishnoi) फिलहाल गुजरात की साबरमती जेल में है और कहा जाता है कि इस वक्त उसका गिरोह देश का सबसे बड़ा अपराधिक गैंग चला रहा है। एनआईए की चार्जशीट के मुताबिक उसके गैंग में 700 एक्टिव शूटर्स हैं और भारत समेत 6 देशों में वो गैंग ऑपरेट कर रहा है। कहा जा रहा है कि साबरमती जेल में बंद इस माफिया डॉन की ख्वाब मुंबई के अंडरवर्ल्ड पर कब्जा करना है, जो वैश्विक आतंकी दाऊद इब्राहिम के बाद से ही खाली चल रहा था।
हत्याएं, फिरौती वसूलना गैंग का मुख्य काम
जानकार बताते हैं कि लॉरेंस बिश्नोई इस इस खुद जेल में है, लेकिन उसके गैंग के मेंबर लगातार हत्याएं और फिरौती वसूलने में जुटे हैं। लॉरेंस बिश्नोई(Lawrence Bishnoi) गैंग देश के विभिन्न हिस्सों में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच एनसीपी नेता की हत्या से शासन से लेकर प्रशासन तक सकते में है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग में 5 ऐसे गैंगस्टर हैं, जो इस कुख्यात गिरोह के काम को अंजाम देते हैं।
इसे भी पढ़े : “व्यथा कहे पांचाली” को मिली दर्शकों की भरपूर सराहना
पुलिस के सामने बड़ी चुनौती
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई(Lawrence Bishnoi) के अपराध के साम्राज्य को ध्वस्त करने की पुलिस के सामने बड़ी चुनौती है। उस पर विभिन्न राज्यों में पचास से अधिक मामले हैं। वह जेल से ही लगभग 700 शूटर्स का गैंग आपरेट कर रहा है। उसे अब अपराध की काली दुनिया का बेताज और बेरहम सरताज माना जा रहा है। लॉरेंस ने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री हासिल की है। उसने गैंग चलाकर बेशुमार दौलत भी इकट्ठा कर ली है।
कौन हैं गैंग के खास मेंबर
रोहित गोदारा : गैंस्टर रोहित गोदारा लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सबसे खास मेंबर है। गोदारा ने ही राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेवारी ली थी। रोहित गोदारा राजस्थान के बीकानेर के लूणकरण का रहने वाला है और उस पर गंभीर अपराध के करीब 32 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। वह पिछले लगभग 13 सालों से अपराध की काली दुनिया में एक्टिव है। रोहित गोदारा राजस्थान में कारोबारियों से 5 करोड़ से लेकर 17 करोड़ तक की रंगदारी मांग चुका है। उस पर सीकर में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या का आरोप भी है। सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड में भी उसका नाम आया था। फिलहाल वह कनाडा में है।
गोल्डी बराड़: सतिंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी माना जाता है। उस पर यूथ कांग्रेस के नेता गुरलाल पहलवान की हत्या में शामिल होने का आरोप है। गोल्डी ने 29 मई 2022 को पंजाबी सिंगर और कांग्रेस पार्टी के नेता सिद्धू मूसेवाला की पंजाब के मानसा में हुई हत्या की जिम्मेदारी ली थी। वह भी 2021 से कनाडा में रह रहा है। गोल्डी बराड़ का संबंध पंजाब के मुक्तसर से है। उसके पिता शमशेर सिंह पंजाब पुलिस में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर थे, जिन्हें मर्डर केस में नाम आने के बाद साल 2021 में अनिवार्य रिटायरमेंट दे दिया गया था।