प्रधानमंत्री ई-बस योजना से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों को होगा लाभ, प्राधिकरणों से जवाब मिलने के बाद शासन स्तर से जिले में 500 बसें चलाने का टेंडर प्रस्ताव जारी कर एजेंसी का चयन किया जाएगा
नोएड (संदीप कुमार): प्रधानमंत्री ई-बस योजना से नोएडा, ग्रेनो व यमुना सिटी की आपस में कनेक्टिविटी और सार्वजनिक परिवहन के तौर पर बसें चलाने की योजना आगे बढ़ी है। शासन की ओर से नगर विकास विभाग ने योजना के लिए टेंडर प्रस्ताव (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) का प्रारूप तैयार कर तीनों प्राधिकरणों को सहमति के लिए भेजा है। अगर प्राधिकरण की कोई आपत्ति या सुझाव हैं तो वह भी मांगे गए हैं। तीनों प्राधिकरणों से जवाब मिलने के बाद शासन स्तर से जिले में 500 बसें चलाने का टेंडर प्रस्ताव जारी कर एजेंसी का चयन किया जाएगा।
नगर विकास विभाग से हो चुकी बैठक
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों नगर विकास विभाग के साथ तीनों प्राधिकरणों की बैठक हुई थी। नोएडा क्षेत्र में 200 और ग्रेनो व यीडा क्षेत्र के लिए 150-150 बसें प्रस्तावित की गईं हैं। शहर में सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था न होना लंबे समय से समस्या बना हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि जिले के लिए पीएम ई-बस योजना से बसों की मांग की गई थी। केंद्र से इस मांग पर राज्य को प्रस्ताव मिला था। इसमें यह कहा गया कि जो भी एजेंसी बसें चलाएगी, उसे किराये से होने वाली आय और खर्च के बीच के अंतर का वहन करना होगा। जिले के हिसाब से यह खर्च शासन को देना पड़ता।
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सिंगल फ्लोर की होंगी ई-बस बसें
अब तक तैयार हुई योजना में ये बसें ज्यादा बड़ी न रखकर 9 व 12 मीटर की सिंगल फ्लोर रखी गई हैं, इन्हें लेकर जो फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार हुई है उसके हिसाब से तीनों प्राधिकरण क्षेत्रों में आय और खर्च के बीच के अंतर के तौर पर करीब 62 रुपये प्रति किलोमीटर प्राधिकरण को देने होंगे।टेंडर प्रस्ताव के तैयार हुए प्रारूप में इस खर्च पर प्राधिकरण से सहमति या आपत्ति-सुझाव मांगे गए हैं। प्राधिकरणों ने इस पर मंथन शुरू कर दिया है। प्राधिकरण ने अपनी सलाहकार एजेंसी से इस योजना पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। एजेंसी प्रस्तावित खर्च पर बसों की उपयोगिता को लेकर रिपोर्ट देगी।