दिल्ली : हरियाणा में दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी(जेजेपी) और चंद्रशेखर आजाद रावण की आजाद समाजवादी पार्टी( एएसपी) मिलकर चुनाव लडेंगी। जेजेपी 70 और एएसपी 20 सीटों पर मिलकर चुनाव लेडेंगे।
किसे मिलेगा गठबंधन से फायदा
दिल्ली में आयोजित संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और सांसद एवं एएसपी के प्रमुख ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का एलान किया। चुनाव में गठबंधन क्या करिश्मा करेगा, यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन माना जा रहा है कि यह गठबंधन कांग्रेस को सीधे नुकसान पहुंचा सकता है।
दुष्यंत चौटाला की स्थिति बेहतर नहीं
दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में 10 सीटों पर जीत हासिल की। उनकी मदद से ही भाजपा राज्य में लगातार दूसरी बार मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में सरकार बनाने में कामयाब हुई थी। किसानों के मुद्दे पर इस पिछले साल दुष्यंत चौटाला ने मनोहर सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। उसके बाद मनोहर लाल खट्टर को हटाकर भाजपा ने नायाब सैनी को मुख्यमंत्री को गद्दी सौंप दी थी।
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चौटाला से किसान नाराज
राज्य में दुष्यंत चौटाला और चंद्रशेखर आजाद पार्टी की के बीच गठबंधन को लेकर चर्चाएं शुरू हो गईं। लोगों का कहना है कि जिन दुष्यंत चौटाला से किसान नाराज हैं जो पूरे किसान आंदोलन के दौरान खामोशी से सरकार में बने रहे जो पहलवानों के विरोध के बीच भी सरकार में बने रहे उन्हीं दुष्यंत चौटाला के साथ चंद्रशेखर ने गठबंधन किया है। यह राजनीति की मजबूरी है अथवा कुछ और। लोग यह भी सवाल कर रहे हैं कि हरियाणा में लोग क्या इस गठबंधन पर एतबार करेंगे।